















Recent Activity
किसी भी देश की महानता, उसका स्वाभिमान देश मे निवासरत जनता की समृद्धि एवं स्वाभिमान से जुड़ा हुआ होता है।
भारत का भी स्वाभिमान भारत के नागरिकों के स्वाभिमान से जुड़ा है। परन्तु आज 21वी सदी तक आजाने के बाद भी भारत मे रहने वाले नागरिकों, युवाओं, महिलाओं, किसानों, शासकीय/अशासकीय सेवकों के जीवन मे बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव होने के कारण भारत का हर वर्ग स्वाभिमान से जीने में असफल हो रहा है।
एक तरफ भारत की संस्कृति, सभ्यता, पर निरन्तर कुठाराघात हो रहा तो दूसरी तरफ महिलाओं, युवाओं, किसानों जैसे सभी वर्गों का शोषण.....
वर्तमान में इन सभी वर्गों के जो भी संगठन है वह सभी छोटे छोटे टुकड़ों में बटे हुए होने के कारण सरकारों पर अपने हित के लिए कदम उठाने के लिए दवाव नही बना पाते। सरकारें सिर्फ और सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता ही करते है लोगो का नही।
इन्ही सब बातों को ध्यान में रखकर स्वाभिमान रक्षक संघ की स्थापना की गई है।
यह संगठन हिंदुस्तान में निवासरत समाज केसभी वर्गों जैसे छात्र, युवा, बेरोजगार, महिलाएं, किसान, व्यवसायी, भूिमहीन, गरीब, सरकारी
विभागों में कार्यरत नियिमत कर्मचारी, अनियमित कर्मचारी, संविदा कर्मचारी, इत्यादि वर्गो को एक ही संगठन के माध्यम से संगठित करके उनके
कल्याण के लिए प्रत्येक उपाय करना जिससे सबका विकास हो सके।
New Members